आपकी आशिष हमेशा, करना स्वीकार नमन हमारा, महाराज शनि देव की जय। आपकी आशिष हमेशा, करना स्वीकार नमन हमारा, महाराज शनि देव की जय।
मेरा परिवार कुछ अलग है जिसमें... माँ महागौरी है तो पिता महादेव जो हम बच्चों को प्राणों से भी ज्... मेरा परिवार कुछ अलग है जिसमें... माँ महागौरी है तो पिता महादेव जो हम बच्चों ...
सूर्य-किरणें सूर्य-किरणें
तप रहे किरणों से सूरज की फिर भी निश्चल मुस्करा रहे गाथा अटूट प्रेम की अपनी बता रहे फूल सूरजमुखी ... तप रहे किरणों से सूरज की फिर भी निश्चल मुस्करा रहे गाथा अटूट प्रेम की अपनी ब...
रचना जो मेरा कर्म है भाव जो मेरा मर्म है मैं रचनाकार हूँ बस मन की करता हूँ हाँ हाँ मैं भी लिखता... रचना जो मेरा कर्म है भाव जो मेरा मर्म है मैं रचनाकार हूँ बस मन की करता हूँ ...
इतना सुंदर गाँव हमारा वो नहीं भूल सकते हैं। इतना सुंदर गाँव हमारा वो नहीं भूल सकते हैं।